
मिस्र ने लगाया Facebook की "फ्री बेसिक" सेवाओं पर बैन|
2016-01-01 : भारत “फ्री बेसिक” को लागू करवाने के लिए फेसबुक जोरदार कैंपेनिंग करने में लगा हुआ है। वहीं दूसरी ओर फेसबुक की इस योजना को मिस्र में बैन कर दिया गया है। आपको बता दें कि भारत में भी नेट न्यूट्रैलिटी के समर्थक इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। इससे पहले भी फेसबुक को इंटरनेट.ओआरजी के मामले में आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था, जिसे बाद में फ्री बेसिक के नाए नाम से नॉन्च किया जा रहा है। “एसोसिएटेड प्रेस” की रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल मिस्र सरकार ने इसे देश से बैन कर दिया है। दो साल पहले फेसबुक ने मिस्र में वहीं की एक टेलीकॉम कंपनी, एतिसलात, के साथ मिलकर इंटरनेट डॉट ओआरजी के शुरुआत की थी।
और वहीं भारत में भी फेसबुक के तथाकथित फ्री बेसिक्स के प्रस्तावित होने पर इससे होने वाले नेट न्यूट्रैलिटी के खतरे पर बहस छिड़ी है। इंटरनेट अधिकारों से जुड़े कई संगठनों ने फेसबुक के इस प्रस्ताव के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है जिनमें आईआईटी और आईआईएस के प्रोफेसर्स भी शामिल हैं। संसद में भी इस मुद्दे पर बहस हो रही है। इस बैन के बाद फेसबुक ने कहा कि उसे उम्मीद है कि मिस्र में इसपर से जल्दी ही बैन हटा लिया जाएगा और यहां के 9 मिलियन लोग दोबारा फ्री बेसिक इंटरनेट यूज कर पाएंगे। हालांकि मिस्र के अधिकारियों ने अभी तक इस बैन के पीछे की वजह नहीं बताया है, पर भारत की तरह ही वहां भी इंटरनेट अधिकारों से जुड़े कई संगठन इसका विरोध कर रहे थे। टेलीकॉम कंपनी एतिसलात ने भी इस मामले पर अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
हमारे पाठको को बता दे की फेसबुक ने भारत में शुरुआत में रिलाइंस के साथ मिलकर भारत में Internet.org शुरू किया था। फेसबुक का दावा था कि रिलाइंस के साथ मिलकर वह कुछ एप फ्री देगा। इसके बाद एयरटेल सहित कई और कंपनियों के साथ फेसबुक ने इसके लिए करार किया। साल के मिड में भारत में लोगों ने इसे नेट न्यूट्रैलिटी के खिलाफ मान कर इसे खत्म करने के लिए जमकर हंगामा किया। मौके की नजाकत और बढ़ते दबाव को देखते हुए एयरटेल ने फेसबुक से इंटरनेट डॉट ओआरजी के लिए करार खत्म कर लिया. अब फेसबुक ने इस Internet.org का नाम बदलकर फ्री बेसिक्स बाइ फेसबुक कर लिया है ताकि लोगों को लगे कि फेसबुक उन्हें फ्री इंटरनेट दे रहा है।