भारतीय वैज्ञानिकों ने आकाशगंगाओं के समूह ‘सरस्वती’ की खोज की
2017-07-15 : हाल ही में, भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के एक दल ने जुलाई 2017 में आकाशगंगाओं का एक बहुत बड़ा समूह (सुपरक्लस्टर) खोजा है जिसका आकार अरबों सूर्यों के बराबर है। इसका नाम सरस्वती रखा गया है। पुणे स्थित ‘इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स’ ने यह जानकारी प्रदान की। यह खोज अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के प्रमुख रिसर्च जर्नल एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में प्रकाशित हुई।
सरस्वती सुपरक्लस्टर के बारे में :-
# संगठन ने कहा कि यह सबसे बड़े ज्ञात ढांचों में से एक है जो पृथ्वी से 400 लाख प्रकाश वर्ष दूर है।
# यह लगभग 10 अरब वर्ष अधिक पुराना समूह है।
# आकाशगंगाओं के इस समूह की खोज पुणे के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च के पीएचडी छात्र शिशिर संख्यान, आईयूसीएसएस के रिसर्च फेलो प्रतीक दभाड़े, केरल में न्यूमेन कॉलेज के जो जैकब और जमशेदपुर में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के प्रकाश सरकार ने की।
# इस संस्थान के वैज्ञानिक वर्ष 2016 में गुरुत्वाकर्षीय तरंगों की बड़ी खोज में भी शामिल थे।
# एक समूह में लगभग 1000 से 10,000 आकाशगंगाएं होती हैं।
# एक सुपरक्लस्टर में 40 से 43 क्लस्टर शामिल होते हैं। आईयूसीएए के अनुसार हमारी गैलेक्सी भी एक सुपरक्लस्टर का हिस्सा है।
# पृथ्वी मिल्की-वे आकाशगंगा का एक छोटा सा सदस्य है। यह मिल्की-वे लेंकिया सुपरक्लस्टर का हिस्सा है जिसकी खोज वर्ष 2014 में की गयी थी।