
विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) मनाया गया
2018-07-11 : हाल ही में, विश्व भर में 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया। इसे मनाये जाने का उद्देश्य लोगों के बीच जनसँख्या से जुड़े तमाम मुद्दों पर जागरूकता फैलाना है। इसमें लिंग भेद, लिंग समानता, परिवार नियोजन इत्यादि मुद्दे तो शामिल हैं ही, लेकिन संयुक्त राष्ट्र का मुख्य उद्देश्य इसके माध्यम से महिलाओं के गर्भधारण सम्बन्धी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर लोगो को जागरूक करना है। वर्ष 2018 का विश्व जनसँख्या दिवस इस मामले में और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस बार इसका विषय "परिवार नियोजन: एक मानवाधिकार" पर केंद्रित है।
इस दिन की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की गवर्निंग काउंसिल द्वारा पहली बार 1989 में विश्व आबादी का आंकड़ा पांच बिलियन पर पहुंचने पर की गई। संयुक्त राष्ट्र की गवर्निंग काउंसिल के फैसले के अनुसार, वर्ष 1989 में विकास कार्यक्रम में, विश्व स्तर पर समुदाय की सिफारिश के द्वारा यह तय किया गया कि हर साल 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाएगा। क्रोएशिआ के ज़ाग्रेब के माटेज गास्पर को दुनिया का पांच अरबवां व्यक्ति माना गया। गौरतलब है कि पहले इसे "फाइव बिलियन डे" माना गया लेकिन बाद में यूएनडीपी ने इसे विश्व जनसँख्या दिवस घोषित कर दिया।