भारत ने बैलिस्टिक मिसाइल ‘प्रहार’ का सफल परीक्षण किया
2018-09-21 : हाल ही में, भारत ने 20 सितंबर 2018 को स्वदेश में विकसित और सतह से सतह पर कम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल “प्रहार” का ओडिशा तट से सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह मिसाइल रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित किया गया है। यह परीक्षण ओडिशा के बालासोर स्थित इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज (आईटीआर) के लांचिंग कांप्लेक्स से भारी बारिश के बीच किया गया। यह मल्टी बैरल रॉकेट प्रणाली “पिनाका” और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल “पृथ्वी” के अंतरों को पाटने में सक्षम है। इसके अलावा वह विभिन्न दिशाओं में कई लक्ष्यों को साध सकती है।
यह परीक्षण सफल रहा, क्योंकि लक्ष्य तक पहुंचने से पहले इसने 200 किलोमीटर तक की दूरी तय की और मिशन के सभी लक्ष्यों को प्राप्त किया। इस अत्याधुनिक मिसाइल का यहां के पास स्थित चांदीपुर समन्वित परीक्षण रेंज (आईटीआर) से परीक्षण किया गया। इसे मोबाइल लॉंन्चर से दागा गया। यह हर मौसम में, हर क्षेत्र में अत्यधिक सटीक और सहयोगी तरकीबी हथियार प्रणाली है। परीक्षण के दौरान रेंज स्टेशनों और इलैक्ट्रो ऑप्टिकल सिस्टम की मदद से मिसाइल के ट्रैक पर नजर रखी गई। सभी ऋतुओं में इस्तेमाल की संभावना को देखते हुए इस मिसाइल का परीक्षण किया गया।
प्रहार मिसाइल के बारे में और अधिक बातें इस प्रकार है.....
# प्रहार एक ठोस इंधन की, सतह-से-सतह तक मार करने में सक्षम कम दुरी की सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल है।
# प्रहार मिसाइल का प्रयोग किसी भी सामरिक और रणनीतिक लक्ष्यों को भेदने के लिए किया जा सकता है।
# प्रहार मिसाइल की मारक क्षमता 150 किलोमीटर है। इस मिसाइल की लंबाई 7.32 मीटर है और इसका व्यास 420 मिलीमीटर है।
# इसका भार 1.28 टन है और यह 200 किलोग्राम का भार वहन कर सकती है।
# प्रहार समसामयिक हथियार प्रणाली है जो अनेक मुखास्त्र ले जाने के साथ साथ विभिन्न लक्ष्यों को एक साथ नष्ट करने की क्षमता रखती है।
# इससे पारंपरिक लड़ाई में दुश्मनों को गंभीर नुकसान हो सकता है। यह मोबाइल लॉन्चर से भी दागी जा सकती है।
# इसे दागे जाने की सभी तैयारी दो से तीन मिनट के अंदर ही पूरी की जा सकती है।
# इसकी खासियत यह है कि छह मिसाइल एक साथ एक जगह से अलग अलग दिशा में छोड़ी जा सकती हैं।