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पानी और सतत विकास विषय के साथ वर्ष 2015 का विश्व जल दिवस मनाया गया |

पानी और सतत विकास विषय के साथ वर्ष 2015 का विश्व जल दिवस मनाया गया |


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0000-00-00 : 22 मार्च: विश्व जल दिवस विश्व भर में विश्व जल दिवस 22 मार्च 2015 को मनाया गया | वर्ष 2015 के विश्व जल दिवस का विषय *पानी और सतत विकास* (Water and Sustainable Development) रखा गया | विश्व जल दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य, जल बचाने का संकल्प करने, पानी के महत्व को जानने और पानी के संरक्षण के विषय में समय रहते सचेत रहना है | प्रत्येक वर्ष विश्व जल दिवस मनाने के लिए एक अलग विषय तय किया जाता है. विश्व जल दिवस के बारे में कुछ बातें : विश्व जल दिवस मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 1992 के अपने अधिवेशन में 22 मार्च को की थी | विश्व जल दिवस की अंतरराष्ट्रीय पहल रियो डि जेनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित पर्यावरण तथा विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीईडी) में की गई थी, जिस पर सर्वप्रथम वर्ष 1993 में 22 मार्च के दिन पूरे विश्व में जल दिवस के मौके पर जल के संरक्षण और रख-रखाव पर जागरुकता फैलाने का कार्य किया गया | पहला विश्व जल दिवस 22 मार्च 1993 को मनाया गया था | जल से जुड़े मुख्य कुछ मुख्या तथ्य : (i) धरती पर एक अरब 40 घन किलो लीटर पानी है | (ii) 97.5 प्रतिशत पानी समुद्र में है, जो खारा है | (iii) 1.5 प्रतिशत पानी बर्फ के रूप में है | (iv) केवल 1 प्रतिशत ताजा पानी नदी, तालाब, झरनों और झीलों में है जो पीने लायक है | (v) इस 1 प्रतिशत पानी का 60 वां हिस्सा खेती और उद्योग कारखानों में खपत होता है | (vi) 40 वां हिस्सा पीने, भोजन, नहाने और साफ-सफाई में खर्च होता है | (vii) जल जनित बीमारियों के कारण प्रतिवर्ष 22 लाख मौतें विश्व में होती हैं | (viii) विश्व में प्रति 10 व्यक्तियों में से 2 लोगों को साफ पानी नहीं मिल पाता है | (x) चार करोड़ भारतीय जलजनित बीमारियों से ग्रस्त होते हैं |

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