
भूकंपीय गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पोर्ट ब्लेयर में "चुंबकीय वेधशाला" का उद्घाटन हुआ |
0000-00-00 : केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने 30 मार्च 2015 को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह के पोर्ट ब्लेयर में शोअल बे संख्या 8 पर पोर्ट ब्लेयर मैग्नेटिक ऑब्जरवेट्री (पीबीएमओ) का उद्घाटन किया | तथा इस वेधशाला की स्थापना भारतीय भूचुंबकत्व संस्थान (आईआईजी) ने केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा शुरु की गई मल्टी पैरामीट्रिक भूभौतिकीय वेधशाला ( एमपीजीओ) के तहत की है | अब तक आईआईजी ने बहु -तकनीकों का इस्तेमाल कर भूकंपीय और सह -भूकंपीय संकेतों पर नजर रखने के लिए देश भर में पीबीएमओ समेत 14 एमपीजीओ का नेटवर्क बनाया है | एमपीजीओ उत्तराखंड के गुट्टू में स्थापित किया गया था | कुछ बातें आईआईजी के बारे में : आईआईजी देश की अग्रणी संस्थान है जो भूचुंबकत्व और भूभौतिक, वायुमंडलीय और अंतरिक्ष भौतिकी एवं प्लाज्मा भौतिकी से संबद्ध क्षेत्रों में बुनियादी और अनुप्रयुक्त अनुसंधान में सक्रिए रूप से लगा है | तथा यह कोलाबा चुंबकीय वेधशाला के उत्तराधिकारी के तौर पर शुरु हुआ था | देश में पहला नियमित चुंबकीय वेधशाला 1841 में स्थापित किया गया था और 1971 में यह स्वायत्त हुआ था |