
एम एस साहू बने ऋणशोधन एवं दिवालियापन बोर्ड के अध्यक्ष
2016-10-03 : वित्तीय विशेषज्ञ एमएस साहू ने ने ऋणशोधन एवं दिवालियापन बोर्ड अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण किया। उन्हें पांच वर्षों के कार्यकाल के लिए भारतीय ऋणशोधन एवं दिवालिया बोर्ड (आईबीबीआई) का प्रमुख नियुक्त किया गया है। एम एस साहू को पद की शपथ वित्त और नई दिल्ली में कंपनी मामलों के मंत्री अरुण जेटली ने ग्रहण करायी। उनकी नियुक्ति वित्त मंत्रालय ने सितम्बर माह में की।
इस नियुक्ति से पूर्व साहू भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के सदस्य थे। वह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के एक पूर्णकालिक सदस्य भी है। साहू वित्तीय बाजारों के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने डिपॉजिटरी रिसीट, घरेलू और विदेशी पूंजी बाजार, और बाह्य वाणिज्यिक उधारी पर सरकार द्वारा नियुक्त समितियों के अध्यक्ष के रूप में भी सेवाएं दी हैं।
आईबीबीआई के बारे में :-
# आईबीबीआई दिवाला पेशेवरों, दिवाला पेशेवर एजेंसियों और दिवाला और दिवालियापन संहिता, 2016 के तहत सूचना उपयोगिताओं के कामकाज को विनियमित करती है।
# सरकार द्वारा मई में साझेदारी फर्मों, कॉर्पोरेट सम्बन्धी और व्यक्तिगत तौर पर व्यक्तियों के दिवाला संकल्प से संबंधित कानूनों में संशोधन की समयबद्ध मजबूत और पुनर्गठन के साथ अधिसूचना जारी की।
# आईबीबीआई को नए कानून के तहत, कर्मचारियों, लेनदारों और शेयरधारकों को बैंक ऋण की अदायगी के सम्बन्ध में प्रथम दृष्टया डिफ़ॉल्ट के रूप में प्रक्रिया समापन आरंभ करने का अधिकार होगा।