उर्दू शायर नक्श लायलपुरी का निधन
2017-01-23 : हाल ही में, उर्दू के प्रसिद्ध शायर एवं गीतकार नक्श लायलपुरी का 22 जनवरी 2017 को मुंबई स्थित अँधेरी में निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे। वे पिछले कुछ समय से बीमार थे एवं उनका इलाज चल रहा था। वे अधिकतर समय बिस्तर पर ही बिता पा रहे थे। नक्श लायलपुरी का मूल नाम जसवंत राय शर्मा है। मौजूदा पाकिस्तान के पंजाब में मौजूद लायलपुर में जन्में जसवंत राय 1940 के दशक में हिंदी सिनेमा में अपना भाग्य आजमाने मुंबई पहुंचे।
चूंकि वे लायलपुर के रहने वाले थे इसलिए उन्हें आगे चलकर लायलपुरी के नाम से जाना जाने लगा। करियर निर्माण के आरंभिक दिनों में उन्होंने डाक विभाग में भी काम किया। गीतकार के रूप में उन्हें 1952 में अवसर प्राप्त हुआ लेकिन इसके बाद 1970 तक उन्हें कोई अवसर प्राप्त नहीं हुआ।
उन्होंने कई फिल्मों के फिल्म निर्देशकों, कलाकारों तथा गायकों के साथ काम किया। इस दौरान उन्होंने ‘मैं तो हार मोड़ पर’, ‘ना जाने क्या हुआ’ और दो दीवाने शहर में’ आदि हिट गाने दिए। लम्बे समय तक बॉलीवुड से दूरी बनाये रखने के बाद उन्होंने 2005-06 में थोड़े समय के लिए वापसी की तथा नौशाद के साथ मिलकर ‘ताज महल’ एवं खय्याम के साथ ‘यात्रा’ फिल्मों के लिए गीत लिखे।