गुजरात में देश का पांचवा आतंकरोधी बल राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का केंद्र बना
2017-04-11 : हाल ही में, गुजरात में आतंकरोधी बल राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) का नया केंद्र (हब) बनाया गया है। केंद्र सरकार ने एनएसजी के कमांडो को स्थायी तौर पर यहां भेजा है। पाठकों को बता दे की यह देश में एनएसजी का पांचवां हब होगा। वर्ष 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद मुंबई, हैदराबाद,कोलकाता और चेन्नई में एनएसजी के केंद्र बनाए गए।
गुजरात की राजधानी गांधीनगर के नजदीक हाल ही में नए केंद्र का कामकाज शुरू किया गया। इसे गुजरात से राजस्थान तक पूरे पश्चिमी किनारे की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है। इस केंद्र में आतंकरोधी तथा हाइजैकरोधी (विमान अपहरणरोधी) स्क्वॉड के करीब 100 कमांडो रहेंगे। गुजरात में आतंकी हमले की खुफिया सूचना मिलने पर मार्च 2016 में इन्हें राज्य में भेजा गया था। अब ये कमांडो स्थायी तौर पर यहां रहेंगे।
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के बारे में :-
# राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) भारत की एक विशेष प्रतिक्रिया यूनिट है जिसका मुख्य रूप से आतंकवाद विरोधी गतिविधियों हेतु उपयोग किया गया है।
# इसका गठन भारतीय संसद के राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड अधिनियम के अंतर्गत कैबिनेट सचिवालय द्वारा वर्ष 1986 में किया गया था।
# यह पूरी तरह से केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल के ढांचे के भीतर काम करता है।
# गृह मंत्रालय के निरीक्षण में एनएसजी काम करती है और इसका नेतृत्व भारतीय पुलिस सेवा का महानिदेशक करता है।
# महानिदेशक हमेशा एक आईपीएस अधिकारी होता है जबकि इसमें भर्ती भारत की केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल तथा भारतीय सशस्त्र बलों से की जाती है।
# एनएसजी के सदस्यों को ब्लैक कैट के नाम से भी जाना जाता है क्योकि वे विशेष कार्यो में काले ओवरऔल एवं नक़ाब या हेलमेट पहनते हैं।