वायुसेना का 85वां स्थापना दिवस मनाया गया
2017-10-08 : हाल ही में, 8 अक्टूबर 2017 को भारतीय वायुसेना ने अपना 85वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिंडन एयरबेस पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर वायु सेना के जांबाजों ने किया अद्भुत शक्ति और शौर्य का प्रदर्शन किया। 8 अक्टूबर, 1932 को आधिकारिक तौर पर अपनी स्थापना के बाद एक वर्ष के भीतर तक भारतीय वायु सेना के पास सिर्फ चार एयरक्राफ्ट (वेस्टलैंड वापिती बाइप्लेन) ही थे। इन्हें छह प्रशिक्षित ऑफिसर और 19 जवान संभाला करते थे। आज 2017 में वायुसेना अपने हजारों एयक्राफ्ट से दुश्मन सेना के दांत खट्टे कर सकती है।
जानें इनसे जुड़ी 10 खास बातें -
# 1 अप्रैल 1993 को भारतीय वायु सेना में पहली स्कॉड्रॉन को कमिशंड किया गया।
# अपनी लगातार उपलब्धियों के चलते वायु सेना को मार्च 1945 में रॉयल टाइटल दिया गया।
# वायु सेना पाकिस्तान के साथ चार और चीन के साथ एक युद्ध में अपना दम दिखा चुकी है।
# वर्ष 1946 रॉयल भारतीय वायु सेना (RIAF) को अपनी पहली ट्रांसपोर्ट यूनिट मिली।
# विभाजन के दौरान RIAF के पास पांच स्कॉड्रोन्स थीं।
# वर्ष 1950 में गणराज्य बनने के बाद भारत सरकार ने भारतीय वायु सेना के नाम में से रॉयल टाइटल हटा दिया।
# ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन कैक्टस और ऑपरेशन पूमालई भारतीय वायु सेना के प्रमुख अभियान हैं जिनसे दुनिया वाकिफ है।
# आज MiG के विभिन्न वेरिएंड, सुखोई SU-30 एमकेआई भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जेट बेड़े की जान है। मेक इन इंडिया के तहत बने लाइट कॉम्बैट लड़ाकू विमान तेजस ने भी देश की वायु सेना की ताकत बढ़ाई है। आने वाले वर्षों में तेजस की संख्या बढ़ सकती है।
# भारतीय वायुसेना वर्ष 2030 तक अपने बेड़े में करीब 400 लडा़कू एयरक्राफ्ट शामिल करने की दिशा में काम कर रही है।