
पृथ्वी पर प्रकाश संश्लेषण 1.25 अरब साल पहले शुरू हुआ : शोध
2017-12-28 : कनाडा के मैकगिल विश्वविद्यालय में पृथ्वी वैज्ञानिकों के एक नए विश्लेषण के अनुसार, विश्व का सबसे पुराना शैवाल जीवाश्म एक अरब वर्ष से भी अधिक का हैं। इस शोध के आधार पर, शोधकर्ताओं का मानना है कि आज के होने वाले पौधों में प्रकाश संश्लेषण का आधार 1.25 अरब साल पहले ही स्थापित कर लिया गया था। विश्व का सबसे पुराना शैवाल जीवाश्म करीब एक अरब वर्ष पुराना है। इसका अर्थ है कि पौधों में होने वाले प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया 1.25 अरब वर्ष पहले ही शुरू हो गई थी।
शोध के मुख्य तथ्य इस प्रकार है....
# इसका पता वैज्ञानिकों ने एक शोध में लगाया है। वैज्ञानिक वर्ष 1990 में आर्कटिक कनाडा में खोजे गए “बैंगियोमोर्फा प्यूबेसींस” नामक शैवाल जीवाश्म की उम्र को लेकर असंमजस में थे। अब इस नए अध्ययन से तस्वीर साफ हो सकेगी। इस सूक्ष्मजीव को आधुनिक पौधों का पूर्वज कहा जाता है। वैज्ञानिक इसकी उम्र 72 करोड़ से 1.2 अरब वर्ष के बीच मानते रहे थे।
# जियोलॉजी जर्नल में प्रकाशित शोध में बताया गया है कि 1.8 से 0.8 अरब वर्ष पहले पृथ्वी का इतिहास जिसे “बोरिंग बिलियन” कहा जाता है, वे उतना भी उबाऊ नहीं था। माना जाता था कि इस अवधि में पृथ्वी पर जीवन के विकास की गति धीमी हो गई थी।
# कनाडा के मैक गिल विवि के शोधकर्ताओं के अध्ययन के बाद युकेरियोट के विकास का भी अनुमान लगाया जा सकता है। युकेरियोट कोशिका केंद्र वाले जीव होते हैं। मैक गिल विवि, कनाडा में शोध कर रहे छात्र गालेन हालवर्सन ने कहा कि बैंगियोमोर्फा प्यूबेसींस लाल शैवाल की तरह है। इससे मालूम होता है कि पुरातन शैवाल सूर्य के प्रकाश का प्रयोग कर कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से पोषक तत्व का संश्लेषण करते थे।
# अध्ययन के वैज्ञानिक प्रोफेसर ग्लेन हॉलवर्सन का मानना है कि यह चट्टान 150 मिलियन वर्ष से भी अधिक की है और वह इसकी भी पुष्टि करते हैं कि यह जीवाश्म सबसे पुराने हैं।