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नाशिक–त्र्यंबकेश्वर सिंहस्थ कुंभ मेला महाराष्ट्र में आरंभ हुआ |

नाशिक–त्र्यंबकेश्वर सिंहस्थ कुंभ मेला महाराष्ट्र में आरंभ हुआ |


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0000-00-00 : नाशिक–त्र्यंबकेश्वर सिंहस्थ कुंभ मेला 14 जुलाई 2015 को शुरु हो गया है | यह एक वर्ष तक चलने वाला यह महोत्सव 11 अगस्त, 2016 को समाप्त होगा | तथा यह महोत्सव दुनिया का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण सभा के तौर पर जाना जाता है | और इसका आरंभ ध्वजारोहण और हजारों लोगों द्वारा नाशिक और त्र्यंबकेश्वर के गोदावरी नदी में कुशावर्त एवं रामकुंड में डूबकी लगाने के परंपरागत समारोह के साथ हुआ | त्र्यंबकेश्वर के समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और राज्य महिला एवं बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे ने मुख्य अतिथि के तौर पर की जबकि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने नाशिक के समारोह की अध्यक्षता की |
महोत्सव को यादगार बनाने के लिए, नागरिकों ने नाशिक में 315 एकड़ से अधिक के इलाके में "साधु ग्राम" बनाया है और अस्थायी टेंट–कस्बों में शौचालयों की भी व्यवस्था की गई है | तथा 24 घंटे पेयजल, एलपीजी सिलिंडर और बिजली की भी व्यवस्था है | रेलवे ने मेला को ध्यान में रखते हुए नाशिक रोड और हावड़ा के बीच 12 सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है |

कुंभ मेला के बारे में :-
कुंभ मेला विश्वास का तीर्थ है जिसमें हिन्दु एक जगह इक्ट्ठा होते हैं और पवित्र नदी में स्नान करते हैं | तथा यह चार जगहों में से एक जगह पर तीन साल में एक बार आयोजित किया जाता है |

ये जगह इस प्रकार है :-
1. हरिद्वार
2. इलाहाबाद (प्रयाग)
3. नाशिक
4. उज्जैन
आपको बता दे की यह मेला इसलिए इनमें से हर स्थान पर 12 वर्षों के बाद आयोजित होता है | इन चार स्थानों की नदियां हैं– हरिद्वार में गंगा, इलाहाबाद में गंगा और यमुना एवं पौराणिक सरस्वती का संगम, नाशिक में गोदावरी और उज्जैन में शिप्रा | अर्ध (आधा) कुंभ मेला सिर्फ दो जगहों– हरिद्वार और इलाहाबाद में प्रत्येक छठे वर्ष आयोजित किया जाता है |

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