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Antyodaya Diwas : पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर मनाया गया

Antyodaya Diwas : पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर मनाया गया


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2020-09-26 : हर वर्ष पुरे भारतभर में 25 सितंबर को अंत्योदय दिवस (Antyodaya Diwas) मनाया जाता है। पाठकों को बता दे की इस दिन (Mission Antyodaya) को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह दिन मोदी सरकार द्वारा 25 सितंबर, 2014 को घोषित किया गया था।

पंडित दीन दयाल उपाध्याय ने आजादी के बाद खुशहाल समृद्ध और विकसित भारत के निर्माण के लिए अंत्योदय का सपना देखा था। क्योंकि अंत्योदय शब्द में संवेदना है, सहानुभूति है, प्रेरणा है, साधना है, प्रामाणिकता है, आत्मीयता है, कर्तव्य-परायणता है उनका मानना था कि जब तक समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति का विकास नहीं होगा तब तक सुदृढ़ राष्ट्र निर्माण की कल्पना अधूरी है।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बारें में :-



# पंडित दीनदयाल उपाध्याय (Antyodaya Express) का जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा जिले के नगला चंद्रभान गांव में हुआ था।

# उनके पिता का नाम भगवती प्रसाद उपाध्याय और माता का नाम रामप्यारी था।

# उनके पिता रेलवे में सहायक स्टेशन मास्टर थे और माता धार्मिक प्रवृत्ति की थीं।

# अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वे (Deendayal Antyodaya Yojana) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आएं, आजीवन संघ के प्रचारक रहे।

# 21 अक्टूबर 1951 को डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की अध्यक्षता में "भारतीय जनसंघ" की स्थापना हुई।

# वर्ष 1952 में इसका प्रथम अधिवेशन कानपुर में हुआ और दीनदयाल उपाध्याय (Deen Dayal Upadhyaya Antyodaya Yojana) इस दल के महामंत्री बने तथा 1967 तक वे भारतीय जनसंघ के महामंत्री रहे।

# सन् 1967 में कालीकट अधिवेशन में उपाध्याय जी भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए और मात्र 43 दिन बाद ही 10/11 फरवरी 1968 की रात्रि में मुगलसराय स्टेशन पर उनकी हत्या कर दी गई।

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