
DRDO वैज्ञानिक "डॉ जी सतीश रेड्डी" रॉयल एयरोनॉटिकल सोसायटी द्वारा सम्मानित किये गये |
0000-00-00 : लंदन स्थित ‘द रायल एयरोनाटिकल सोसाइटी’ (आरएईएस) ने सितम्बर,2015 को रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. जी सतीश रेड्डी को एयरोस्पेस की प्रगति एवं विकास में योगदान देने के लिए वर्ष 2015 के रजत पदक से सम्मानित करने की घोषणा की है।
डॉ जी सतीश रेड्डी के बारे में कुछ सामान्य तथ्य :-
# डॉ जी सतीश रेड्डी ने आंध्र प्रदेश के जेएनटीयू अनंतपुर से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और वर्ष 1985 में डीआरडीओ में शामिल हुए।
# वर्तमान में वह हैदराबाद स्थित अनुसंधान केंद्र इमारत के निदेशक हैं। इसके अतिरिक्त वह वर्ष 2013 से एमआरएसएएम(मध्यम दूरी की सतह से हवा में मिसाइल) कार्यक्रम के निदेशक हैं।
# वर्तमान में वह रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार है।
# उनके नेतृत्व में भारत ने प्रमुख राष्ट्रीय सामरिक कार्यक्रमों और अन्य रक्षा अनुप्रयोगों के लिए अत्याधुनिक हवाई जहाज सेंसरों और सिस्टमों को विकसित किया है।
# मिसाइल वैज्ञानिक डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने सेंसर, जहाजरानी योजनाओं, गणितिय परिकल्पना, सेंसर मॉडल, जहाजरानी उपग्रहों के रिसीवर समेत कई प्रणालियों की अवधारणा, डिजाइन एवं विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इनके नेतृत्व में अग्नि ए 1, ए 2, ए 3, ए 4, ए 5, पृथ्वी, धनुष, आकाश, ब्रह्मोस, निर्भय जैसे कई मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है।
रॉयल एयरोनॉटिकल सोसायटी के बारे में सामान्य तथ्य इस प्रकार है :-
# यह एयरोस्पेस समुदाय को समर्पित एक वैश्विक संस्था है। इसका मुख्यालय लंदन में है।
# यह सोसायटी वर्ष 1866 में स्थापित की गई थी और यह विश्व की सबसे प्राचीन ऐवीएशन सोसायटी है।
# यह संस्था वर्ष 1909 से एयरोस्पेस उद्योग में उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों को सम्मानित करती आई है। वर्ष 1909 में इस संस्था ने विल्बर और ऑरविले राइट को प्रथम स्वर्ण पदक से सम्मानित किया था।
# यह सोसायटी विभिन्न क्षेत्रों में स्वर्ण,रजत और कांस्य पदक प्रदान करती है।
# इसके अतिरिक्त यह संस्था उड़ान परीक्षण क्षेत्र में विकास के लिए आरपी एल्स्टन मेमोरियल पुरस्कार और एप्लाइड एरोडायनेमिक्स के लिए एडवर्ड बस्क पुरस्कार भी प्रदान करती है।