आपदा प्रबंधन पर द्वतीय सम्मलेन संपन्न, विशाखापत्तनम उद्घोषणा स्वीकृत |
0000-00-00 : हाल ही में आपदा प्रबंधन पर द्वितीय विश्व सम्मलेन (डब्ल्यूसीडीएम) 22 नवंबर 2015, को विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश में संपन्न हो गया। यह सम्मलेन 19 नवंबर 2015 को शुरू होकर चार दिन तक चला। डब्ल्यूसीडीएम की बैठक में 40 देशों और 20 राज्यों के 1000 से अधिक प्रतिनिधियों ने इसमे भाग लिया। बैठक का आयोजन आंध्र प्रदेश सरकार और विभिन्न स्थानीय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ आपदा प्रबंधन बुनियादी ढांचे और नियंत्रण सोसायटी (डीएमआईसीएस) ने किया गया। विशाखापत्तनम नीति स्वीकृत करने की उद्घोषणा के साथ सम्मलेन समाप्त हो गया।
विशाखापत्तनम घोषणा इस प्रकार रही :-
# घोषणा के अनुसार समाज के लिए व्यापक आपदा राहत कार्य योजना तैयार की जाए।
# स्थानीय योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए राष्ट्रीय आपदा शमन कोष बनाने और संसाधन जुटाने के लिए प्रभावी वित्त पोषण जुटाने की सिफारिश की गयी।
# मानवीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धताओं को मजबूती करने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा दिया जाए।
# आपदा प्रबंधन की नीतियां लागू करने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरह वैधानिक शक्तियों के साथ स्वतंत्र विशेषज्ञ समूह गठित लिया जाए।
# एक वर्ष की अवधि में आंध्र प्रदेश और ओडिशा में आए चक्रवात फैलिन और हुदहुद के अनुभवों से सीख कर प्राथमिकताओं और रणनीतियों को सूचीबद्ध किया जाए और सम्बंधित आपदा प्रबंधन और उनके निवारक उपाय क्रियान्वयन के लिए योजनाओं की घोषणा की जाए।
हमारे पाठको को बता दे की आपदा प्रबंधन पर पहली बैठक 2008 में हैदराबाद में आयोजित की गयी थी। और दूसरा सम्मलेन अब छह वर्ष बाद विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया है।