
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में सिंगापुर शीर्ष पर मॉरीशस की जगह ली |
2015-12-07 : वित्तीय वर्ष 2015-16 में माह अप्रैल से सितंबर तक (छह माह) के दौरान भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मामले में सिंगापुर शीर्ष स्रोत के रूप में उभरा है। उसने मॉरीशस का स्थान लिया है। इस संबंध में औद्योगिक नीति एवं वाणिज्य मंत्रालय संवर्धन और उद्योग विभाग द्वारा घोषणा दिसंबर 2015 के पहले सप्ताह में की गयी। इन आंकड़ों के अनुसार 15 अप्रैल से 15 सितंबर 2015 के बीच भारत ने सिंगापुर से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के रूप में 6.69 अरब डॉलर (43,096 करोड़ रुपये) आकर्षित किया। मॉरिशस से इसी अवधि में एफडीआई में 3.66 अरब डॉलर (23,490 करोड़ रुपए) विदेशी निवेश के रूप में भारत आए।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 16.63 अरब डॉलर का एफडीआई भारत में आया है। विदेशी निवेशकों ने सर्वाधिक एफडीआई कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में 3.05 अरब डॉलर, ट्रेडिंग में 2.3 अरब डॉलर,सर्विस सेक्टर में 1.46 अरब डॉलर, ऑटो सेक्टर में 1.46 अरब डॉलर, टेलिकॉम में 65.9 करोड़ डॉलर का निवेश आया है। इसी अवधि में नीदरलैंड 7017 करोड़ रुपये के निवेश के साथ तीसरे नंबर पर था। जबकि 5435 करोड़ रुपये के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका चौथे पायदान पर है। हालांकि अप्रैल 2000 से सितंबर 2015 के बीच संचयी अंत: प्रवाह के मामले में मॉरीशस अभी भी निवेश सूची में सर्वोपरी है। कुल एफडीआई निवेश का 34 प्रतिशत योगदान मॉरीशस का है। इसी अवधि में यह केवल 15 प्रतिशत थी।