‘जस्टिस सूर्यकांत’ बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश
2025-11-09 : हाल ही में, 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के हिसार में जन्मे अपने शांत स्वभाव, बेबाक फैसलों और सामाजिक न्याय पर गहरी पकड़ के लिए प्रसिद्द जस्टिस सूर्यकान्त (Justice Suryakant) को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप चुना गया है। आपको बता दे की जस्टिस सूर्यकान्त यहाँ इस पर "बी.आर. गवई" का स्थान लेंगे। सूर्यकांत ने हिसार से स्नातक की पढ़ाई की और 1984 में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक से कानून (LLB) की डिग्री हासिल की है।
इसके बाद में New CJI Of India 2025 ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से 2011 में एलएलएम (LLM) की डिग्री ली थी। फिर वर्ष 1984 में उन्होंने हिसार जिला अदालत में वकालत शुरू की और अगले ही साल चंडीगढ़ जाकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी।
अहम फैसले-
नए मुख्य न्यायाधीश के मुख्य फैसलों की बात करें तो इन्होने धारा 144, जनजातीय अल्पसंख्यक अधिनियम, और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे से जुड़े मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अलावा New CJI Of India 2025 ने उस सीबीआई शराब नीति मामले की भी सुनवाई की थी जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत दी गई थी।