2017-05-29 : भारत बायोमीट्रिक तकनीक के क्षेत्र में सुधार के साथ ही इसे अपनाने में विश्वभर में अव्वल देश रहा है। एचएसबीसी ने अपनी हालिया ‘ट्रस्ट इन टेक्नोलॉजी’ रिपोर्ट में कहा की औसत आधार पर अपनी पहचान हेतु ‘आंखों की पुतली’ का इस्तेमाल किसी अन्य देश की तुलना में भारतीय तिगुना करते हैं। भारत में यह आंकड़ा नौ प्रतिशत है जबकि अन्य दुसरे देशों में तीन प्रतिशत है। इस रिपोर्ट के मुताबिक जब नई तकनीक को अपनाने की बारी आती है तो पश्चिम की तुलना में एशिया और पश्चिमी एशिया के देश काफी आगे हैं क्योंकि इसे लेकर उनकी समझ बहुत ही बेहतर है और वह इस पर विश्वास को लेकर ज्यादा सकारात्मक हैं। |