गुजरात बना देश में पहला जैव कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने वाला राज्य|
2016-03-29 : हाल ही में, गुजरात सरकार ने 27 मार्च 2016 को भारत का पहला जैव कृषि विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया। इसकी घोषणा गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने की और उन्होंने किसानो से जैविक खेती को अपनाने का भी आह्वान किया। जैविक खेती की ओर अपनी प्रतिबधता दिखाते हुए, गुजरात सरकार ने वार्षिक बजट 2016-17 में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए 10 करोड़ रुपये का कोष आवंटन किया है। विश्वविद्यालय का स्थान अभी तय किया जाना है, लेकिन इसके गांधीनगर जिले में कृषि कामधेनु विश्वविद्यालय के पास चुने जाने की संभावना है। गुजरात जैविक खेती के लिए उत्तम है क्योकि गुजरात के कृषि का एक बड़ा हिस्सा वर्षा आधारित है।
जैविक खेती के बारे में :-
# भारत में जैविक खेती प्रणाली कोई नई बात नहीं है इसे प्राचीन समय से किया जाता रहा है।
# जैविक खेती कृषि की वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरकों एवं संश्लेषित कीटनाशकों के अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है तथा जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बचाये रखने के लिये फसल चक्र, हरी खाद, कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है।
# आधुनिक समय में निरन्तर बढ़ती हुई जनसंख्या, पर्यावरण प्रदूषण, भूमि की उर्वरा शकि्त का संरक्षण एवं मानव स्वास्थ्य के लिए जैविक खेती की राह अत्यन्त लाभदायक है।
# ये मानवीय पर्यावरण को प्रदूषित किये बगैर समस्त जनमानस को खाद्य सामग्री उपलब्ध करा सकेगी।