RBI ने Amazon को डिजिटल पेमेंट वॉलेट के शुभारम्भ की अनुमति प्रदान की
2017-04-17 : हाल ही में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अमेजन इंडिया को भारत में डिजिटल वॉलेट शुरू करने का लाइसेंस प्रदान किया है। भारत में डिजिटल पेमेंट के बढ़ते दायरे के दृष्टिगत कंपनी ने इसके लिए आवेदन किया। कॉमर्स कंपनी अमेजन इंडिया को देश में प्री-पेड पेमेंट इंस्ट्रूतमेंट (पीपीआई) या मोबाइल वॉलेट ऑपरेट करने हेतु लाइनेंस प्रदान किया गया है। अमेरिकी रिटेल कंपनी अमेजन इंडिया इस सेवा के माध्यम से शॉपिंग के साथ ही साथ ऑफलाइन पेमेंट्स, बस तथा रेल टिकट खरीदने व यूटिलिटी बिल भरने की सुविधा प्रदान करेगी। इससे फ्री चार्ज को भी प्रतिस्पर्धा दी जा सकती है।
फ्लिपकार्ट की सर्विस फोन-पे, यूपीआई आधारित सेवा है। जो मोबाइल फोन यूजर्स को डिजिटल ट्रांजेक्श न की अनुमति प्रदान करती है। कंपनी का लक्ष्य इस परियोजना पर 1.4 बिलियन डॉलर निवेश करने का है। अभी तक अमेजन द्वारा क्लोज्ड मोबाइल वॉलेट अमेजन-पे का उपयोग किया जा रहा है। दिसंबर में अमेजन ने डिजिटल पेमेंट्स बूम को देखते हुए अपना पे बैलेंस सर्विस को लॉन्चय किया। जिसका उपयोग केवल अमेजन पोर्टल पर भी किया जा सकता है।
आरबीआई के लाइसेंस के बाद अब अमेजन भी पेटीएम, मोबिक्विक जैसे अन्य वॉलेट की तरह उपयोग किया जा सकेगा। आरबीआई के अनुसार भारत में फिलहाल लगभग 350 मिलियन मोबाइल वॉलेट यूजर्स हैं, जो औसतन 50 रुपए से लेकर 4000 रुपए तक का ट्रांजेक्शन करते हैं।
अमेजन इंडिया के अनुसार कम्पनी का फोकस उपभोक्ताओं को आसान और विश्वसनीय कैशलेस पेमेंट एक्सयपीरियंस उपलब्धइ कराना है। कम्पनी सरल केवाईसी और ऑथेटिकेशन के साथ कम लिमिट वॉलेट डिस्पेंंशन पर विचार कर रही हैं। इससे कस्टसमर्स ज्या दा से ज्याादा डिजिटल पेमेंट का यूज कर सकते हैं और अमेजन इंडिया भारत कैश लेस इकोनॉमी की ओर योगदान दे सकते हैं।