श्रीलंकाई क्रिकेटर अजंता मेंडिस ने क्रिकेट को अलविदा कहा
2019-08-29 : हाल ही में, श्रीलंका क्रिकेट टीम के मिस्ट्री स्पिनर 34 वर्ष के अजंता मेंडिस ने क्रिकेट के हर प्रारूप के रिटायरमेंट की घोषणा कर दी है। अजंता मेंडिस काफी समय से श्रीलंका क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं थे। उन्होंने श्रीलंका के लिए 19 टेस्ट, 87 वनडे और 39 टी20 मुकाबले खेले थे। अजंता मेंडिस ने श्रीलंका के लिए अपने टेस्ट करियर की शुरुआत वर्ष 2008 में कोलंबो में भारत के खिलाफ किया था जबकि आखिरी टेस्ट मैच उन्होंने अपने देश के लिए कोलंबो में ही साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2014 में खेला था।
इसके बाद से उन्होंने श्रीलंका के लिए कोई टेस्ट मैच नहीं खेला। वहीं वनडे क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने अपना डेब्यू 2008 में पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। वहीं आखिरी वनडे उन्होंने 2015 में क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेला था। टी20 क्रिकेट की शुरुआत मेंडिस ने 2008 में जिम्बाब्वे के खिलाफ की थी। वहीं आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।
मेंडिस ने श्रीलंका के लिए खेले 19 टेस्ट मैचों में 70 विकेट लिए थे। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने चार विकेट पांच बार जबकि पांच विकेट बार लिए थे। टेस्ट में उनका बेस्ट प्रदर्शन एक मैच में 209 रन देकर 10 विकेट रहा था। वहीं वनडे की बात करें तो उन्होंने 87 वनडे में 152 विकेट चटकाए थे। 13 रन देकर 6 विकेट वनडे में उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा था। टी 20 क्रिकेट में मेंडिस ने कुल 39 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जिसमें उन्होंने कुल 66 विकेट लिए। क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उनका बेस्ट प्रदर्शन 8 रन देकर 6 विकेट था।
क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप यानी टी20 क्रिकेट में सबसे बेस्ट गेंदबाजी का रिकॉर्ड अजंता मेंडिस के नाम पर है। मेंडिस ने 2012 आईसीसी वर्ल्ड टी20 में 18 सितंबर को जिम्बाब्वे के खिलाफ 8 रन देकर 6 विकेट लिए थे। उनका ये रिकॉर्ड अब तक कोई नहीं तोड़ पाया है और वो टी20 में बेस्ट गेंदबाजी का ये नायाब रिकॉर्ड उनके नाम पर ही है।
अजंता मेंडिस (Ajantha Mendis) वनडे में सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं। उन्होंने सिर्फ 19 मैचों में अपने 50 विकेट पूरे किए थे। उन्होंने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज अजित अगरकर का रिकॉर्ड तोड़ा था। अगरकर ने 23 मैचों में 50 विकेट लेने का कमाल किया था। मेंडिस ने 87 वनडे में 152 विकेट चटकाए थे।