
पश्चिम बंगाल के तट पर ईल की नई प्रजाति "जिमनोथोरेक्स मिश्रई (Gymnothorax mishrai)" खोजी गई |
2015-12-23 : भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (जेडएसआई) के वैज्ञानिकों ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिला में स्थित दीघा के तट पर जिमनोथोरेक्स मिश्रई (Gymnothorax mishrai) नामित ईल (Eel) की नई प्रजाति की खोज की। ईल की नई प्रजाति की खोज डेविड जी स्मिथ और दीपांजन रे के साथ अनिल महापात्र द्वारा संयुक्त रूप से पत्रिका जूटाक्सा (Zootaxa) में प्रकाशित हुई।
जिमनोथोरेक्स मिश्रई (Gymnothorax mishrai) के बारे में ध्यान देने योग्य बातें :-
# यह प्रजाति 32.4 सेमी, लंबी भूरे रंग की है।
# यह एक समुद्री प्रजाति है और खाने योग्य भी है।
# यह जिमनोथोरेक्स समूह में वर्णित अन्य प्रजातियों से अलग है, मोरे मछली की इस प्रजाति की 134 कशेरुकी हड्डियां है।
# यह प्रजाति को विशेष रूप से 22 मीटर की गहराई से एकत्र किया गया।
# इन प्रजातियों का नमूना मछली लैंडिंग केंद्र, शकरपुर में एक मछली पकड़ने की नाव से एकत्र किया गया।