2016-09-04 : हाल ही में, 4 सितम्बर 2016 को अपने जीवनकाल में ही गरीबों की संत’ और हजारों जरूरतमंदों के लिए ‘जीवित ईश्वर’ कहला चुकीं मदर टेरेसा को अब वेटिकन सिटी के एक समारोह में पोप जॉन पॉल द्वितीय के हाथों संत टेरेसा की औपचारिक उपाधि दी गई है। स्कोप्ये (मेसेडोनिया) में जन्मीं कैथोलिक नन एग्नेस गोंक्शे बोयाशियु का लोगों की सेवा के लिए पश्चिम बंगाल तक आना और गरीबों के लिए काम करना अपने आप में एक ‘चमत्कार’ है लेकिन गरीबों की सेवा का असीम हौसला अपने अंदर समेटे कमजोर सी महिला के बारे में यह कहना अतार्किक जैसा है कि उसने दो रोगियों को स्वस्थ कर ‘चमत्कार’ किया। |