2017-02-22 : हाल ही में, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 21 फरवरी 2017 को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर “कुरुख” भाषा को आधिकारिक दर्जा प्रदान किया है। उन्होंने इसके साथ ही उत्तर बंगाल के विभिन्न इलाकों में बोली जाने वाली राजवंशी या कामतापुरी भाषा को भी जल्द आधिकारिक दर्जा दिए जाने की बात कही। इस विषय में एक कमेटी गठित की गई है, जो इसकी स्कि्रप्ट तैयार करेगी। गौरतलब है कि कुरुख भाषा बोलने वाले लगभग 16 लाख उरांव लोग बंगाल में रहते हैं। यूनेस्को की इस सूची में इसे लुप्तप्राय: भाषा के तौर पर सूचीबद्ध किया गया है। |