
केंद्र सरकार ने सांडों के खेल जल्लीकट्टू से प्रतिबंध हटाया|
2016-01-08 : हाल ही में केंद्र सरकार ने 7 जनवरी 2015 को सांडों के खेल जल्लीकट्टू से प्रतिबंध हटाने की घोषणा की। तमिलनाडु में प्रसिद्ध सांड को काबू करने के इस परंपरागत खेल पर सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2014 में प्रतिबंध लगा दिया था। पर्यावरण मंत्रालय ने जानवरों पर आधारित खेल और उनकी पौराणिक मान्यता को देखते हुए नई अधिसूचना जारी की। इसके तहत सभी तरह के जानवरों भालू, शेर, टाइगर, पैंथर, बंदर आदि के दिखाने वाले खेल पर प्रतिबंध रहेगा लेकिन सांड को इससे बाहर कर दिया गया है।
केंद्र सरकार के नए दिशा निर्देश के बाद तमिलनाडु में प्रसिद्ध ओणम के मौके पर होने वाले जल्लीकट्टू खेल को अनुमति मिल गई है। अधिसूचना के मुताबिक, जल्लीकट्टू के तहत सांड या बैलों को 15 मीटर के दायरे के अंदर ही काबू करना होगा। इसके अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा, केरल और गुजरात मं होने वाले परंपरागत बैलगाड़ी दौड़ पर भी लगी रोक हट गई है। बशर्ते ये दौड़ एक विशेष ट्रैक पर ही कराई जाए जो दो किलोमीटर से ज्यादा लंबा ना हो।