
पारादीप रिफाइनरी बनी भारत की सबसे बड़ी रिफाइनरी कंपनी|
2016-02-08 : हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 7 फरवरी 2016 को ओडिशा में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की 34,555 करोड़ रुपये की लागत से तैयार अत्याधुनिक पारादीप रिफाइनरी को राष्ट्र को समर्पित किया। इससे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) रिलायंस इंडस्ट्रीज को पीछे छोड़कर देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी कंपनी बन गई।
पारादीप रिफाइनरी के बारे में कुछ ध्यान देने योग्य तथ्य :-
# डेढ़ करोड़ टन सालाना क्षमता की पारादीप रिफाइनरी का निर्माण करीब 16 साल में पूरा हुआ है।
# इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 24 मई, 2000 को IOC के इस नौंवें संयंत्र की आधारशिला रखी थी।
# पारादीप से पहले IOC की आठ रिफाइनरियों की कुल क्षमता 5.42 करोड़ टन कच्चे तेल के शोधन की थी।
# पारादीप के जरिये IOC ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को पीछे छोड़ दिया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की गुजरात के जामनगर में दो रिफाइनरियां हैं जिनकी कुल रिफाइनिंग क्षमता 6.2 करोड़ टन है।
# देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी IOC की एक अनुषंगी चेन्नई पेट्रोलियम कार्प लि। भी है जिसके द्वारा परिचालित रिफाइनरियों की कुल शोधन क्षमता 1.15 करोड़ टन है।
# यह सालाना 56 लाख टन डीजल, 37.9 लाख टन पेट्रोल तथा 19.6 लाख टन केरोसिन-एटीएफ का उत्पादन करेगी। इसके अलावा यहां 7.90 लाख टन एलपीजी तथा 12.1 लाख टन पेटकोक का भी उत्पादन होगा।
# इस रिफाइनरी का निर्माण एक बड़ा काम था। इसमें 2.8 लाख टन इस्पात का इस्तेमाल हुआ है जो 30 एफिल टावरों या करीब 350 राजधानी ट्रेनों के बराबर है।
# इसमें 11.6 लाख घन मीटर कंक्रीटिंग की गई है, जो बुर्ज खलीफा दुबई से तीन गुना है।
# इसमें 2,400 किलोमीटर पाइप का इस्तेमाल किया गया है, जो एक प्रकार से गंगा की लंबाई के बराबर है।