
चीन बना चंद्रमा की दूसरी ओर यान उतारने वाला दुनिया का पहला देश
2019-01-03 : हाल ही में, चीन ने चांद के अनदेखे हिस्से पर दुनिया का पहला अंतरिक्ष यान उतारने में सफलता हासिल की है। उसके अनदेखे हिस्से का अध्ययन करने के लिए पहली बार कोई मिशन लांच किया गया है। यह उपलब्धि अंतरिक्ष में सुपरपावर बनने की दिशा में चीन के बढ़ते कदम की गवाह है। चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (सीएनएसए) ने घोषणा की कि यान चांग ई-4 ने चंद्रमा की दूसरी ओर की सतह को छुआ। चांद के इस हिस्से को डार्क साइड भी कहा जाता है। चांग ई-4 का प्रक्षेपण शिचांग के प्रक्षेपण केंद्र से 08 दिसंबर 2018 को लॉन्ग मार्च 3बी रॉकेट के जरिये किया गया था। चीन को 03 जनवरी को 2019 को सफलता हासिल हुई। ये यान अपने साथ एक रोवर भी लेकर गया है। लो फ्रीक्वेंसी रेडियो एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेशन की मदद से चांद के इस हिस्से के बारे में पता लगाएगा।
चंद्र अभियान चांग ई-4 का नाम चीनी पौराणिक कथाओं की चंद्रमा देवी के नाम पर रखा गया है। इस मिशन के तहत वहां की भू-संरचनाओं व घाटियों का अध्ययन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त चांद पर मौजूद खनिजों और उसकी सतह की संरचना का भी पता लगाया जाएगा। इस यान के साथ चार विशेष वैज्ञानिक उपकरण भी भेजे गए हैं जिनका इस्तेमाल मिशन के दौरान किया जाएगा।
पृथ्वी से ना दिखाई देने के कारण चांद के उस हिस्से से सीधे संचार स्थापित करना लगभग नामुमकिन है। इसी कारण चांग ई-4 से संपर्क स्थापित करने के लिए एक सेटेलाइट भी लांच किया गया है। क्यूकिआओ नाम का यह सेटेलाइट मई 2018 में लॉन्च कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि चंद्रमा का आगे वाला हिस्सा हमेशा धरती के सम्मुख होता है और वहा कई समतल क्षेत्र हैं। इस पर उतरना आसान होता है, लेकिन इसकी दूसरी ओर की सतह का क्षेत्र पहाड़ी और काफी ऊबड़-खाबड़ है।