
उत्तराखंड सरकार ने राज्य के प्रत्येक जिले में ‘संस्कृत- ग्राम’ विकसित करने का निर्णय लिया
2022-08-07 : हाल ही में, उत्तराखंड राज्य सरकार ने अपने सभी 13 जिलों में एक-एक ‘संस्कृत- ग्राम (Sanskrit Gram)’ विकसित करने का निर्णय लिया है। इसका मतलब ये हुआ की अब हर जिले में एक ऐसा गांव होगा जहां के लोग संस्कृत भाषा में ही बातचीत किया करेंगे। यहाँ इन गांवों के निवासियों को प्राचीन भारतीय भाषा को दैनिक बोलचाल में इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा दिया जाएगा।
वैसे आपको बता दे की हिंदी के बाद संस्कृत ही प्रदेश की दूसरी आधिकारिक भाषा है। और इस प्रकार उत्तराखंड भारत का पहला राज्य है जिसने संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए इस पैमाने पर पहल की है। इसके अलावा ध्यान रहे की दक्षित भारत में कर्नाटक में ही केवल एक संस्कृत भाषी गांव है।