
केंद्र सरकार ने गुरूत्वाकर्षण तरंगों पर अनुसंधान हेतु लिगो-भारत प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दी|
2016-02-18 : हाल ही में, केंद्र सरकार ने 17 फरवरी 2016 को गुरूत्वाकर्षण तरंगों पर अनुसंधान के लिए लिगो-भारत वृहत विज्ञान प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी। परमाणु ऊर्जा तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा लिगो-भारत परियोजना (लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रैविटेशनल-वेव अब्ज़रवेटरी इन इंडिया) के नाम से प्रस्ताव शुरू किया गया।
लिगो-भारत परियोजना के बारे में :-
# देश में गुरूत्वाकर्षण तरंगों की वेधशाला, लिगो-भारत परियोजना अमेरिका में लिगो प्रयोगशाला चलाने वाली केल्टेरक और एमआईटी के सहयोग से स्थापित की जाएगी।
# लिगो-भारत से भारतीय उद्योग के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अवसर उत्पन्न होंगे।
# समतल भू-भाग में अल्ट्रा हाई वैक्यू्म पर 8 किलोमीटर लम्बे बीम ट्यूब का निर्माण किया जाएगा।
# इस परियोजना से वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को गुरूत्वाकर्षण तरंगों की गहराई में जाकर अध्ययन करने और नये खगोलीय क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व करने का अवसर मिलेगा।
# इस परियोजना से भारतीय छात्रों और युवा वैज्ञानिकों को ज्ञान के नये क्षेत्रों को तलाशने की प्रेरणा मिलेगी और देश में वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा।