
बेनो जेफीन पहली नेत्रहीन आईएफएस अधिकारी नियुक्त किये गये |
0000-00-00 : 12 जून 2015 को चेन्नई की एनएल बेनो जेफीन भारतीय विदेश सेवा( आईएफएस) में शामिल की जाने वाली पहली नेत्रहीन व्यक्ति बन गईं है | विदेश मंत्रालय ने 25 वर्षीय बेनो को भारतीय विदेश सेवा में उनकी भर्ती के बारे में सूचना दी | और आईएफएस अधिकारी बनने की सूचना मिलने तक बेनो भारतीय स्टेट बैंक में परिवीक्षाधीन अधिकारी के तौर पर काम कर रहीं थीं | उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में एमए किया है | बेनो ने 2013 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा पास की थी | और परीक्षा की तैयारी के दौरान उन्होंने जॉब एक्सेस विद स्पीच (JAWS) नाम के सॉफ्टवेयर की मदद ली थी | यह ब्रेल की जगह इस्तेमाल किया जाता है | यह सॉफ्टवेयर नेत्रहीन व्यक्तियों को कंप्यूटर स्क्रीन पर पढ़ने में मदद करता है और यह तमिल और अंग्रेजी की किताबों को स्कैन कर सकता है |
इस प्रगतिशील विकास को भारत के सुप्रीम कोर्ट के अक्टूबर 2014 में दिए गए आदेश का उल्लंघन माना जा सकता है | अपने आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DOPT) को निर्देश दिया था कि वह विकलांगों के लिए बैकलॉग रिक्तियों की गणना करे और उन्हें विकलांग व्यक्ति अधिनियम 1995 के तहत समायोजित करे |
11 अक्टूबर 2013 को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को भी तीन माह के भीतर विकलांग व्यक्तियों के लिए पदों की पहचान करने और बिना किसी गलती के उसे लागू करने का निर्देश दिया था |