
शिवा थापा (Shiv Thapa) विश्व के नंबर दो मुक्केबाज बने |
0000-00-00 : भारत के युवा मुक्केबाज शिवा थापा 3 नवम्बर 2015 को अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। वह 56 किलोग्राम भार वर्ग में अब नंबर एक भारतीय मुक्केबाज हैं। उनके 1550 पॉइंट्स हैं और आयरलैंड के माइकल कॉनलेन 2150 अंकों के साथ टॉप पर हैं। 22वर्ष के शिवा ने पिछले महीने दोहा में खेली गई वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। इसके चलते उन्हें पांच पायदान का फायदा हुआ और वे दूसरे नंबर पर आ गए। इसी प्रतियोगिता में आयरलैंड के माइकल कॉनलेन ने गोल्ड जीता था जिसके चलते वे टॉप पर हैं। शिवा तीसरे भारतीय हैं जिन्होंने वल्र्ड चैंपियनशिप में मेडल जीता है।
पाठको को बता दे की इससे पहले 2009 में विजेन्दर सिंह ने और विकास कृष्णन ने 2011 में कांस्य पदक जीता था। विजेन्दर अब प्रोफेशनल बॉक्सिंग में है जबकि विकास को दोहा में क्वार्टर फाइनल में हार मिली थी। विकास 75 किग्रा मिडिलवेट वर्ग में छठे स्थान पर हैं। दोहा में क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने वाले एक अन्य मुक्केबाज सतीश कुमार सुपर हैवीवेट (91 किग्रा से अधिक) भार वर्ग की रैंकिंग में सातवें नंबर पर हैं। एशियाई चैंपियनशिप के सिल्वर मेडलिस्ट एल देवेंद्रो सिंह 550 अंकों के साथ 49 किग्रा भार वर्ग में 13वें, सुमित सांगवान 81 किग्रा वर्ग में 450 अंकों के साथ 18वें जबकि मनोज कुमार 64 किग्रा में 18वें स्थान पर हैं।