
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day) मनाया गया
2018-07-29 : हाल ही में, दुनिया भर में 29 जुलाई 2018 को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया। यह दिवस जागरूकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। अवैध शिकार और वनों के नष्ट होने के कारण विभिन्न देशों में बाघों की संख्या में काफी कमी आई है। बता दे की अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस 29 जुलाई को मनाने का फैसला वर्ष 2010 में सेंट पिट्सबर्ग बाघ समिट में लिया गया था क्योंकि तब जंगली बाघ विलुप्त होने के कगार पर थे। इस सम्मेलन में बाघ की आबादी वाले 13 देशों ने वादा किया था कि वर्ष 2022 तक वे बाघों की आबादी दुगुनी कर देंगे।
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य जंगली बाघों के निवास के संरक्षण एवं विस्तार को बढ़ावा देने के साथ बाघों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इनकी तेजी से घटती संख्या को नियंत्रित करना बहुत ज़रूरी है, नहीं तो ये खत्म हो जाएंगे। वर्तमान में बाघों की संख्या अपने न्यूनतम स्तर पर है। पिछले 100 वर्षों में बाघों की आबादी का लगभग 97 फीसदी खत्म हो चुकी है। “वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड” और “ग्लोबल टाइगर फोरम” के 2016 के आंकड़ों के मुताबिक, पूरी दुनिया में लगभग 6000 बाघ ही बचे हैं, जिनमें से 3891 बाघ भारत में हैं। वर्ष 1915 में बाघों की संख्या एक लाख थी।